Sunday, 8 November 2015

विपरीत बुद्वि में राम नाम-जाप करे

विपरीत बुद्वि में राम नाम-जाप करे
विपरीत समय में जब बुद्धि काम करना
बन्द कर दें तो व्यक्ति को राम नाम जाप शुरु कर
देना चाहिए इससे व्यक्ति पर जाए संकट का
समाधान अवश्य निकलता है । राम नाम के
संकीर्तन में सब समस्याओँ का समाधान भरा है ।
नाद एक अवाज है । इस अवाज के अन्दर
चमत्कारिक उपलब्धियाँ हे । नाद साधना में ध्यान
की प्रधानता रहती है । राम नाम सूर्य सदृश है ।
इसके प्रभाव से हृदय में व्याप्त अज्ञानरुपी
अंधकार नष्ट तो जाता है तथा अनन्त प्रकाश
दिखाई देने लगता से । निरन्तर नाद साधना के
फलस्वरुप प्रेम से लबालब भरा हृदय आनन्द की
हिलोरें लेने लगता है । नाद के माध्यम से राम
नाम जब नाभि में प्रवेश करता से तो भक्त को
परमात्मा की अनुभूति होती है । इसी अनुभूति में
साधक की नाभि में राम नाम रुपी भ्रमर को
दिव्यानन्द की प्राप्ति होती है। राम से प्रेम रखने
वाले प्रेमी का चित्त रामाकार हो जाता है ।

No comments:

Post a Comment