Monday 4 May 2020

श्री दरियाव जी महाराज के जीवन के बाल्यकाल से जुड़ी एक घटना

अनंत विभूषित आदि आचार्य श्री अनंत श्री दरियाव जी महाराज के जीवन के बाल्यकाल  से जुड़ी एक घटना

एक बार  जैतारण ग्राम के सेठ पूनमचंद ने बालक दरियाव जी महाराज और उनके परिवार को भोजन के लिए आमंत्रित किया सेठ पूनमचंद ने बालक दरियाव जी महाराज के चरणों को जल से धोया और चरणों का जल एक नाले में बहा दिया चरणों का जल नाले में बहने से उस नाले में रहने वाले प्रेतो द्वारा उस जल को पीने से उनकी मुक्ति हो गई सेठ पूनमचंद की भाभी भी एक प्रेतणी थी  वह किसी ब्राह्मण की स्त्री मे प्रवेश होने से संगी प्रेतो के पास देरी से पहुंची अपने संगी प्रेतों का उद्धार और अपना अनुदार देखकर किसी लड़की मे प्रवेश कर बालक दरियाव जी महाराज से चरण जल देने की प्रार्थना की दरियाव जी महाराज द्वारा चरणामृत देने से उसका भी मोक्ष हो गया
राम जी राम महाराज

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