Tuesday, 14 November 2017

50. परमात्मा का नाम ही मोक्ष प्राप्ति का साधन है:

50. परमात्मा का नाम ही मोक्ष प्राप्ति का साधन है:

गरीब की सेवा करने एवं परोपकार से मानव जीवन सफल हो सकता है । किसी भी प्राणी को धोखा देना और आत्मा को कष्ट पहुचना सबसे बड़ा पाप व अधर्म है। सत्यमार्गी तथा धर्मनिष्ठ  एवं महापुरूषो का सत्संग करने में ही मानव शरीर की सार्थकता है । महापुरुषों, सद्गुरुओं की कृपा से सब कुछ प्राप्त होता है। सारा संसार ब्रह्म झाल से मोहित है लेकिन ज्ञानी व्यक्ति ब्रह्म तत्व को पहचान जाता है और बन्धन मुक्त व्यक्ति ब्रह्म झाल से मोहित नही होता है । परमात्मा के नाम मे वह शक्ति है जिसके स्मरण से मनुष्य को मोक्ष की प्रप्ति हो जाती है ।
*दरिया साँचा राम है और सकल ही झूठ। सनमुख रहिए राम से दे सब ही को पूठ।।*

रेण पीठाधीश्वर "श्री हरिनारायण जी शास्त्री"
             *कर्त*
"सागर के बिखरे मोती"

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